Why Reuters' X Account Was Withheld in India: Centre Responds | July 2025 Update

परिचय:

सोमवार, 7 जुलाई 2025 को देश और अंतरराष्ट्रीय मीडिया जगत में उस समय हलचल मच गई जब प्रसिद्ध समाचार एजेंसी Reuters का X (पूर्व में Twitter) अकाउंट भारत में बंद पाया गया। इस घटना ने न सिर्फ पत्रकारिता की स्वतंत्रता को लेकर बहस छेड़ दी बल्कि इंटरनेट सेंसरशिप को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिए।



🔹 क्या हुआ है?

भारत में ट्विटर/X यूज़र्स को जब उन्होंने Reuters India का अकाउंट खोलने की कोशिश की, तो एक स्टेटमेंट दिखा:

"@Reuters is withheld in India in response to a legal demand."

इसका मतलब है कि किसी कानूनी मांग के चलते भारत में यह अकाउंट बंद किया गया है।


🔹 केंद्र सरकार ने क्या कहा?

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने इस पर बयान जारी करते हुए कहा:

"यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69A के अंतर्गत की गई है। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा, कानून व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए लिया गया है।"

सरकार ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय किसी विशेष रिपोर्ट या पत्रकारिता पर नहीं, बल्कि कुछ कंटेंट को लेकर की गई आपत्ति के आधार पर हुआ है।


🔹 Reuters की प्रतिक्रिया

Reuters ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट और अन्य वैश्विक सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से एक बयान में कहा:

"हम भारत सरकार के निर्णय की समीक्षा कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता हमेशा स्वतंत्र और निष्पक्ष रिपोर्टिंग रही है।"

उन्होंने आगे कहा कि वे भारत में अपने पाठकों तक पहुंच बहाल करने के लिए सभी उपलब्ध कानूनी विकल्पों का उपयोग करेंगे।


🔹 ट्विटर (X) ने क्या बताया?

X की Transparency रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार हर वर्ष सबसे ज़्यादा कंटेंट ब्लॉकिंग अनुरोधों में शामिल रही है।
X की पॉलिसी कहती है कि वह “legal demands” के तहत कुछ अकाउंट को देश विशेष में अस्थायी रूप से ब्लॉक कर सकता है।


🔹 क्या यह सेंसरशिप है?

विपक्षी दलों और पत्रकार संगठनों ने इसे मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला बताया है।

📣 कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने X पर लिखा:

"Reuters जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का अकाउंट ब्लॉक करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटना है।"

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, Editors Guild और कई मीडिया संस्थानों ने भी इस कदम की आलोचना की है।


🔹 क्या यह पहली बार हुआ है?

❌ नहीं।
भारत सरकार पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों और पत्रकारों के ट्विटर/X अकाउंट को बंद कर चुकी है — जैसे:

  • BBC Hindi

  • Caravan Magazine

  • और कुछ कश्मीरी पत्रकारों के हैंडल


🔹 क्या जनता देख सकती है अकाउंट?

नहीं।
भारत में स्थित कोई भी व्यक्ति अगर X पर @Reuters हैंडल खोलता है, तो उसे यह मैसेज दिखता है:

“Account withheld in India due to legal demand.”

हालांकि, यह अकाउंट दुनिया के बाकी हिस्सों में अभी भी सक्रिय है।


🔹 एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?

साइबर लॉ एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत सरकार IT Act की धारा 69A के तहत “public order and national interest” के आधार पर कंटेंट ब्लॉक कर सकती है।
लेकिन इस प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और जनता की जानकारी न होना चिंता का विषय है।


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🔹 निष्कर्ष:

भारत में Reuters का X अकाउंट बंद होना न केवल मीडिया की आज़ादी बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म की नीतियों पर भी बड़ा सवाल है।
जहाँ एक ओर सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला दे रही है, वहीं दूसरी ओर पत्रकार और नागरिक समाज इस कदम को सेंसरशिप मान रहे हैं।

अब देखना होगा कि क्या यह निर्णय स्थायी रहेगा, या सरकार और Reuters के बीच कोई समझौता या अदालत का हस्तक्षेप इसे पलटेगा।


🔚 आपके लिए सुझाव:

  • इस विषय पर लगातार अपडेट के लिए X (Twitter) पर @Reuters और @MIB_India को फॉलो करें

  • Digital Rights से जुड़ी संस्थाओं जैसे Internet Freedom Foundation (IFF) को भी फ़ॉलो करें


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